Monday, March 7, 2011

AIT Feet Tappers- जीतने को तत्पर

“जीतना ही सब कुछ नही| पर जीतने कि चाह रखना ही सब कुछ है|”
इसी  सोच के साथ AIT की कोरियो टीम ने अपने कदम IIM इंदौर की तरफ बढ़ाये| जोश से सराबोर  होकर विकास रावत, BE Comp अपनी इस १३ सदस्यीय टीम का नेतृत्व करते हुए इंदौर पहुँचे|

AIT का पहला ही मुकाबला वाहन पहुँचने की रात ही था| मुद्रा नाम की इस प्रतियोगिता में नृत्य के ज़रिये किसी सामजिक समस्या को दिखाना मुख्य ध्येय था| AIT ने आतंकवाद को चुना तो सामने दिल्ली के Shri Venkateshwara College, IIM-I खुद और इन्हीं जैसी अन्य बारह मंजी हुयी टीम के साथ सामना करना पड़ा|. हालांकि AIT के पास कोई props नहीं थे, परन्तु अपने UV Lights के प्रदर्शन से वहाँ बैठे सभी दर्शकों को चौंका दिया| पहले 'हम-दम' नाम की AIT की टीम अब Feettappers के नाम से जलवे दिखा रही थी| दूसरी टीमों ने राष्ट्रीय एकता, देश की नौ प्रमुख नृत्य कलाएं, ऑस्ट्रेलिया में नस्लवाद आदि विषयों पर प्रस्तुति दी| परन्तु प्रथम पुरस्कार तो सिर्फ AIT के हाथ में ही आना था| और AITians ने RS 30,000/- अपनी झोली में डाल लिए|
 
अगले  दिन ‘STREET FREAK’, के तहत, मात्र पांच से सात सदस्यों की टीमें हो सकती थी| अतः, AITians दो भागों में बंट गए|  विकास रावत (BE Comp) के नेतृत्व में AIT की एक टीम ने पहला पुरस्कार पाया (INR 8,000/-) और अभिषेक  (SE E&TC) के नेतृत्व वाली टीम ने तृतीय स्थान पर कब्ज़ा किया|

Solo dance के तहत एक बार फिर से विकास रावत ने AIT का प्रतिनिधित्व किया| अंतिम दौर में लगभग पन्द्रह लोग ही पहुँच पाए पर सबकी आँखें Feettappers के जांबाज़ पर थी| "कहीं तो होगी वो" के गीत पर उनके hip-hop से तो निर्णायक-गण भी अपनी-अपनी कुर्सियों से उछल पड़े| इतनी प्रशंसा के बाद तो AIT के हाथ पहला ईनाम आना लाजमी था, यानी Rs 5000/-| उन्होंने साबित कर दिया कि AIT के Feettappers  की टक्कर में कोई नहीं ठहर सकता| निर्णायकों ने स्वयं विकास रावत को सलाह दी कि वे राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग लें, जैसे DID. हम शीघ्र ही उन्हें वहाँ भी देखने की आशा रखते हैं|
AIT Feet-tappers में निम्नलिखित सदस्य थे:

विकास सिंह रावत, गैरी रोहन सिंह, राजदीप कठैत, अनिल सहरावत, आदित्य यादव, विपिन पाल बिष्ट, आशीष श्योराण, अभिषेक सिंह, गौरव नेगी, मनीष भट्ट, अतुल त्रिपाठीऔर अनिरुद्ध कौशिक|

बाहा २०११ - Easy Engineers का सफ़र

 मार्च २०१० में प्रोफेस्सर पी .वी. दोर्लिकर के मार्गदर्शन के अंतर्गत १२ सदस्यों की एक टीम का गठन किया गया| इस टीम में मैकेनिकल तथा इलेक्ट्रोनिक विभाग के छात्र  थे | इस टीम में एक BE, 9 TE  तथा  2 SE जिन्हें टाटा मोटर्स के  Brig. A.K.Shukul  तथा  RSB transmissions India ltd. ने संयोजित किया था |
दिल्ली में  देशभर की लगभग  २०० टीमों के साथ कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद इस टीम का चयन  ८० अव्वल टीमों में हुआ | इस प्रतियोगिता के लिए समस्त तैयारी ब्रिगेडियर रणजीत घोष कार्यशाला, ABW. प्रोद्योगिकी निरीक्षण ५ जनवरी २०१० को था| उम्मीदों के अनुरूप AIT ने ८३ प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया था जबकि न्यूनतम अनुपालन ६० प्रतिशत की होनीं चाहिए थी|

२७ को पीतमपुरा पहुंचकर टीम ने  २८-२९  तक" ब्रेक और इंजन" परिक्षण करा लिए| 30 जनवरी को AIT के धैर्य की मुख्या परीक्षा प्रारंभ हुई |  AIT उन २५ टीमों में शामिल थी जिन्होंने ढाई घंटे "endurance run" में प्रतिस्पर्धा कि | अपनी सहनशीलता के कारण AIT ने ६०,००० रुपये का नगद इनाम जीता | इस टीम के सदस्य थे - सीरत वरैच, प्रेरणा भारती, रंजिनी राजमहेंद्र , साहिल ग्रोवर , संजय बिष्ट अमित कुमार शर्मा , केदार चौधरी, अजय यादव , कार्तिक एन., देवव्रत सिंह राठौर , नितिन कँवर और अनिरुद्ध कुमार शुकुल| टीम  के सभी सदस्यों को AIT समाचार समूह की ओर से शुभकामनाएँ|

नया नोटिस बोर्ड, नयी चमक (14 Feb 2011)

आख़िरकार Magazine बोर्ड  ने एक नए विषय के साथ अपने नए  नोटिस बोर्ड का उद्घाटन किया जो उन्हें पुस्तकालय की सीढियों के समीप एक कोने में आंवटित किया गया  है| इस बार विषय सम्बंधित था सिनेमा और संगीत जगत में होनी वाली चमक-धमक से,  और नाम रखा गया "Glitterati"|

हेलन से लेकर ऑज़ी ऑस्बार्न तक, इसमें वो सब कुछ है जो आपको देखने पर मजबूर कर देगा ....आपके क़दमों को  रोक लेगा....और आपकी नज़रों को हटने नहीं देगा | एक परंपरा के नाते, इस बोर्ड को सेमेस्टर के प्रारम्भ में ही तैयार कर लिया गया था ताकि आगे आने वाले कार्यक्रमों को समय दिया जा सके |

गौरतलब है कि ये इस साल का दूसरा बोर्ड है| इससे पहले इस बोर्ड को अगस्त में प्रस्तुत किया गया था जो बाल-कोमिक पर आधारित था|