"इस साल की शुरुआत में सभी से वाहवाही लूटने वाली हमारी AIT की mess दो ही महीने में वापिस लुढक कर पहले जैसा खाना बनाने लगी है" ये मानना है AIT के अधिकाँश छात्रों का| दाल में पानी अधिक, पनीर की सब्जी में पनीर नदारद और सूखी रोटियाँ उस बात की गवाही बिल्कुल नहीं देती जिसकी आशंका 2010 के नए सत्र के साथ की गयी थी| Mess कमीटी ने हालाँकि खाने की गुणवत्ता को बरकरार रखने के लिए प्रयास जारी रखे हैं पर जब तक लोग कमीटी के सदस्यों को ही जाकर कुछ नहीं कहेंगे, वे भी कुछ नहीं कर सकते| कई बार खाते खातेभोजन में कंकर निकले हैं पर जब शिकायत दर्ज करने कि लिए छात्र शिकायत-पुस्तिका मांगते हैं तो कर्मचारी "ये आखिरी बार है" कह कर माफी मांग लेते हैं| लाख कहने पर भी शिकायत पुस्तिका को सामने नहीं लाया जाता| नियम के अनुसार शिकायत पुस्तिका हर समय उपलब्ध होनी चाहिए, ना कि अंदर से मंगाने की ज़रूरत पड़े|
TE E&TC के नरेंदर उर्फ कमांडर का कहना है कि खराब खाने की वजह से उनके स्वस्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ा है| नरेंदर को आँखों की कमजोरी की समस्या है तथा उनके अपने शब्दों में उन्हें "हर वस्तु के तीन प्रतिबिम्ब दिखाई देने शुरू हो गए हैं" और इसका इलज़ाम वे mess के खाने पर निडर होकर खुले-आम डालते हैं| अब ये तो MH में विशेषज्ञों द्वारा उन पर किये गए परीक्षणों के निर्णयों से ही पता चलेगा कि उनकी इस कमजोरी की वजह वाकई mess का खाना है या कुछ और|
kuch aur.. :D
ReplyDeleteyar dekho....achchhe khase body builder ki mess ke khane ne ye haalat kar di hai.......baki aam janta ka kya hoga......trahimam...trahimam.....hey bhagwan is zulm se bachao AIT ke masoom students ko...... :(
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