Monday, October 4, 2010

कोई बारिश में नाच उठता है, तो कोई उसमें सिर्फ भीग कर रह जाता है

एक और जहाँ सावन कुछ लोगों के लिए नृत्य कि वजह बन जाता है, वहीँ कुछ लोगों के लिए सावन किसी बारिश के मौसम से बढ़ कर कुछ भी नहीं होता| यही साबित कर दिखाया आज AIT कि छत्राओं ने| आज शाम कि तेज बारिश में जब ज़्यादातर लोग स्वयं को जल्द से जल्द किसी छत के नीचे ले जाने कि फ़िक्र में लगे हुए थे, वहीँ हमारे कॉलेज कि छात्राएं आसमां को अपनी छत बना कर निकल पड़ी उसमें भीगने के लिए| आज उनके छात्रावास के सामने ऐसा ही कुछ ऐसा ही नज़ारा देखने को मिला जैसा यहाँ चित्र में दिख रहा है|

मज़े कि बात ये है कि इस मस्ती भरे मौसम में वो आज समय पर भोजन करना भी भूल गयी पर इससे उन्हें Maggi का लजीज स्वाद चखने का एक और बहाना मिल गया|

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